The Kingdom Of Heaven
उस ने उन्हें एक और दृष्टान्त दिया कि
स्वर्ग का राज्य उस मनुष्य के समान है जिस ने अपने खेत में अच्छा बीज बोया।पर जब लोग सो रहे थे तो उसका बैरी आकर गेहूं के बीच जंगली बीज बोकर चला गया।जब अंकुर निकले और बालें लगी तो जंगली दाने भी दिखाई दिए।इस पर गृहस्थ के दासों ने आकर उस से कहा हे स्वामी क्या तू ने अपने खेत में अच्छा बीज न बोया था फिर जंगली दाने के पौधे उस में कहां से आए उस ने उन से कहा यह किसी बैरी का काम है। दासों ने उस से कहा क्या तेरी इच्छा है कि हम जाकर उन को बटोर लें उस ने कहा ऐसा नहीं न हो कि जंगती दाने के पौधे बटोरते हुए उन के साथ गेहूं भी उखाड़ लो।कटनी तक दोनों को एक साथ ब-सजय़ने दो और कटनी के समय मैं काटनेवालों से कहूंगा पहिले जंगली दाने के पौधे बटोरकर जलाने के लिये उन के गठ्ठे बान्ध लो और गेहूं को मेरे खत्ते में इकठ्ठा करो।।
उस ने उन्हें एक और दृष्टान्त दिया कि स्वर्ग का राज्य राई के एक दाने के समान है जिसे किसी मनुष्य ने लेकर अपने खेत में बो दिया।वह सब बीजों से छोटा तो है पर जब ब-सजय़ जाता है तब सब साग पात से बड़ा होता है और ऐसा पेड़ हो जाता है कि आकाश के पक्षी आकर उस की डालियों पर बसेरा करते हैं।।
उस ने एक और दृष्टान्त उन्हें सुनाया कि स्वर्ग का राज्य खमीर के समान है जिस को किसी स्त्री ने लेकर तीन पसेरी आटे में मिला दिया और होते होते वह सब खमीर हो गया।।ये सब बातें यीशु ने दृष्टान्तों में लोगों से कहीं और बिना दृष्टान्त वह उन से कुछ न कहता था।कि जो वचन भविष्यद्वक्ता के द्वारा कहा गया था वह पूरा हो कि मैं दृष्टान्त कहने को अपना मुंह खोलूंगाः मैं उन बातों को जो जगत की उत्पत्ति से गुप्त रही हैं प्रगट करूंगा।।तब वह भीड़ को छोड़कर घर में आया और उसके चेलों ने उसके पास आकर कहा खेत के जंगली दाने का दृष्टान्त हमें सम-हजया दे।उस ने उन को उत्तर दिया कि अच्छे बीज का बोनेवाला मनुष्य का पुत्र है।खेत संसार है अच्छा बीज राज्य के सन्तान और जंगली बीज दुष्ट के सन्तान हैं।जिस बैरी ने उन को बोया वह शैतान है कटनी जगत का अन्त हैः और काटनेवाले स्वर्गदूत हैं।सो जैसे जंगली दाने बटोरे जाते और जलाए जाते हैं वैसा ही जगत के अन्त में होगा।मनुष्य का पुत्रा अपने स्वर्गदूतों को भेजेगा और वे उसके राज्य में से सब ठोकर के कारणों को और कुकर्म करनेवालों को इकठ्ठा करेंगे।और उन्हें आग के कुंड में डालेंगे वहां रोना और दांत पीसना होगा।उस समय धर्मी अपने पिता के राज्य में सूर्य की नाई चमकेंगे जिस के कान हों वह सुन ले।।
स्वर्ग का राज्य खेत में छिपे हुए धन के समान है जिसे किसी मनुष्य ने पाकर छिपा दिया और मारे आनन्द के जाकर और अपना सब कुछ बेचकर उस खेत को मोल लिया।।
फिर स्वर्ग का राज्य एक व्योपारी के समान है जो अच्छे मोतियों की खोज में था।जब उसे एक बहुमूल्य मोती मिला तो उस ने जाकर अपना सब कुछ बेच डाला और उसे मोल ले लिया।।
फिर स्वर्ग का राज्य उस बड़े जाल के समान है जो समुद्र में डाला गया और हर प्रकार की मछलियों को समेट लाया।
और जब भर गया तो उस को किनारे पर खींच लाए और बैठकर अच्छी अच्छी तो बरतनों में इकठ्ठा किया और निकम्मी निकम्मीं फेंक दी।जगत के अन्त में ऐसा ही होगाः स्वर्गदूत आकर दुष्टों को धर्मियों से अलग करेंगे और उन्हें आग के कुंड में डालेंगे।
वहां रोना और दांत पीसना होगा।
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