Monday, November 29, 2010

यीशू का व्दितिय आगमन

जब मनुष्य का पुत्र अपनी महिमा में आएगा और सब स्वर्ग दूत उसके साथ आएंगे तो वह अपनी महिमा के सिहांसन पर विराजमान होगा।


और सब जातियां उसके साम्हने इकठ्ठी की जाएंगी और जैसा चरवाहा भेड़ों को बकरियों से अलग कर देता है वैसा ही वह उन्हें एक दूसरे से अलग करेगा।


और वह भेड़ों को अपनी दहिनी ओर और बकरियों को बाई और खड़ी करेगा।


तब राजा अपनी दहिनी ओर वालों से कहेगा हे मेरे पिता के धन्य लोगों आओ उस राज्य के अधिकारी हो जाओ जो जगत के आदि से तुम्हारे लिये तैयार किया हुआ है।


कयोंकि मैं भूखा था और तुम ने मुझे खाने को दिया मैं पियासा था और तुम ने मुझे पानी पिलाया मैं परदेशी था तुम ने मुझे अपने घर में ठहराया।

मैं नंगा था तुम ने मुझे कपड़े पहिनाए मैं बीमार था तुम ने मेरी सुधि ली मैं बन्दीगृह में था तुम मुझ से मिलने आए।


तब धर्मी उस को उत्तर देंगे कि हे प्रभु हम ने कब तुझे भूखा देखा और खिलाया या पियासा देखा और पिलाया

हम ने कब तुझे परदेशी देखा और अपने घर में ठहराया या नंगा देखा और कपड़े पहिनाए

हम ने कब तुझे बीमार या बन्दीगृह में देखा और तुझ से मिलने आए


तब राजा उन्हें उत्तर देगा मैं तुम से सच कहता हूं कि तुम ने जो मेरे इन छोटे से छोटे भाइयों में से किसी एक के साथ किया वह मेरे ही साथ किया।
 
 
   




 

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